संदेश

मार्च, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बंगाल विधानसभा चुनाव देश की राजनीति के लिए भविष्य की दिशा भी तय करेगा

चित्र
बंगाल एक बार फिर चर्चा में है, बंगाल की राजनीति में बेहद उथल-पुथल है। चुनाव सिर पर हैं और ऐसा माना जा रहा है कि साल 2021 पश्चिम बंगाल का होगा। क्योंकि, पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजे देश की राजनीति को प्रभावित करेंगे ,पश्चिम बंगाल चुनाव 2021 सिर्फ एक राज्य की सरकार बनाने की कवायद के लिए नहीं होगा. ये मुकाबला टीएमसी और बीजेपी के बीच सत्ता संघर्ष भी नहीं है. बंगाल चुनाव के नतीजे देश में विचारधारा की लड़ाई को नया मोड़ देंगे. पश्चिम बंगाल का विधानसभा चुनाव बीते दस साल से सत्ता में रही तृणमूल कांग्रेस और अबकी सत्ता के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर उभरती भाजपा के लिए नाक और साख का सवाल बन गया है।  बीते लगभग पांच दशकों में यह तीसरा मौका है जब 294 सीटों वाली इस विधानसभा के लिए होने वाला चुनाव देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुर्खिया बटोर रहा है। लेकिन राज्य की राजनीति में खासकर बीते लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिली कामयाबी के बाद इन विधानसभा चुनावों के मौके पर नया मोड़ ला दिया है सत्ता की प्रमुख दावेदार के तौर पर उभरी भाजपा की ओर से मिलने वाली कड़ी चुनौतियों की वजह से तृणमूल कांग्रेस प्

राजनीतिक लाभ लेने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान विद्या भारती की कट्टरपंथियों से तुलना करना अशोभनीय

चित्र
  मनुष्य के जीवन मे सबसे बड़ी पूँजी है शिक्षा ,ओर मनुष्य बचपन से लेकर जब तक बड़ा होता तब तक शिक्षा ही प्राप्त करता है । किन्तु देश मे शिक्षा के नाम पर राजनीति करना यह आमचलन हो गया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विद्या भारती से जुड़े स्कूलों की तुलना पाकिस्तानी कट्टरपंथी मदरसों से करना कतई सोभनीय नही है .राजनीतिक लड़ाई स्वाभाविक है दरअसल आरएसएस की अलग ही विचारधारा है, जिस विचारधारा की पार्टी भाजपा केंद्र में है. लेकिन सवाल है कि इस विचारधारा से जुड़े स्कूलों की तुलना पाकिस्तान के चरमपंथी मदरसों से करना उचित है?  चंद सेकेंड की इस टिप्पणी में करीब 95 साल पुरानी देश की राष्ट्रवादी संस्था के भूत-भविष्य और वर्तमान को कठघरे में खड़ा कर दिया.आरोप है कि अपने स्कूलों के जरिए देश की शिक्षा व्यवस्था पर संघ कब्जा कर रहा है. पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तानी मदरसों में सिर्फ और सिर्फ नफरत फैलाने के लिए जिहादी पढ़ाई होती है, जिससे आतंकी पैदा होते हैं. आज की तारीख में पूरा पाकिस्तान आतंकी देश बन चुका है. लेकिन अब सवाल उठता है कि क्या संघ के विद्या भारती से जुड़े स्कूलों और चरमपंथी मदरसों में कोई